

यवतमाल (Yavatmal) : पिछले आठ दिनों से शहर के आसपास लगातार बाघ देखा जा रहा है। सबसे पहले बाघ बरबड़ा और जांब इलाके में नजर आया, जो प्रयासवन तक घूमता रहा। इसके बाद दारव्हा मार्ग पर जामवाड़ी, कामनदेव और चिचबर्डी क्षेत्र में बाघ घूमने लगा। यहां उसने 15 दिन पहले एक गाय का शिकार किया और दो दिन पहले एक बैल को मारा। शुक्रवार की शाम को दारव्हा मार्ग पर एक भैंस पर हमला किया गया।
वन विभाग की जानकारी के अनुसार, जांब इलाके और दारव्हा मार्ग पर दो अलग-अलग बाघ होने की संभावना है। शुक्रवार शाम 6 बजे ज्ञानेश्वर जाधव की भैंस के झुंड पर जामवाड़ी तालाब क्षेत्र में बाघ ने हमला किया। चरवाहे ने शोर मचाया, जिससे बाघ भाग गया, और इसी बीच भैंस तालाब में चली गई। बाघ अब भी इलाके में घूम रहा था। इस घटना की सूचना वन विभाग को दी गई, जिसके बाद बताया गया कि बाघ उमां नर्सरी की ओर चला गया। डर के कारण घायल भैंस तालाब से बाहर नहीं निकली।
15 दिन पहले गणपत पाणे की गाय को चिचबर्डी जंगल में बाघ ने मारा था। इसके बाद, राजेंद्र डांगे के खेत में बाघ ने एक बैल को भी मार डाला। अब यह तीसरी घटना हुई है। सोशल मीडिया पर बाघ के वीडियो और फोटो वायरल हो रहे हैं। दारव्हा के पूर्व नगराध्यक्ष सैयद फारुक ने अपनी कार से बाघ की तस्वीरें लीं, वहीं गोदावरी अर्बन बैंक के उपव्यवस्थापक रवि इंगले ने बाघ का वीडियो बनाया।
वन विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, लेकिन सतर्क रहें:
– बाघ आमतौर पर हमला नहीं करता। उसे डराने वाली हरकत न करें।
– बाघ के इलाके में जाने से बचें, और अगर जाना जरूरी हो तो सतर्क रहें।
– यवतमाल शहर के आसपास जंगल का इलाका है, जहां लोग सुबह की सैर के लिए जाते हैं। ऐसे क्षेत्रों में जाने वालों को सतर्क रहना चाहिए। वन विभाग इन क्षेत्रों में चेतावनी बोर्ड लगाने की योजना बना रहा है।
शुक्रवार शाम 6 बजे जामवाड़ी तालाब क्षेत्र में दारव्हा मार्ग के किनारे जाते हुए बाघ को देखा गया, जो शहर की सीमा तक पहुंच गया था।