Yavatmal News : रेत तस्करों के कारण गांव का रास्ता बंद

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The road to the village is closed due to sand smugglers
रेत तस्करों के कारण गांव का रास्ता बंद

यवतमाल (Yavatmal) : रेत तस्करों की वजह से पर्यावरण के साथ-साथ क्षेत्र के निवासियों को भी भारी खतरे का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासनिक तंत्र इस तस्करी पर सुविधाजनक रूप से ध्यान नहीं दे रहा है, जिससे परेशानी बढ़ती जा रही है। बाभुलगांव तालुका के सावंगी मांग और मुरादाबाद गांवों का रास्ता बंद हो गया है। बेंबला नदी के किनारे स्थित इन गांवों से बड़े पैमाने पर रेत का खनन हो रहा है। इस बारे में स्थानीय पुलिस और राजस्व अधिकारियों को सूचित करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

इसी समस्या के समाधान के लिए गांववासियों ने मंगलवार को जिला कलेक्टर से गुहार लगाई। बेंबला नदी के तट से ट्रक और ट्रैक्टर द्वारा दिन-रात अवैध रूप से रेत निकाली जा रही है। लगातार सैकड़ों भारी वाहन रास्ते से गुजर रहे हैं, जिससे गांव का रास्ता पूरी तरह खराब हो गया है। दो महीने पहले एक किलोमीटर के रास्ते का काम किया गया था, लेकिन लगातार बारिश और रेत की अवैध ढुलाई के कारण अब वह रास्ता पूरी तरह नष्ट हो चुका है।

रेत तस्करों के गुंड गांव में उत्पात मचा रहे हैं, और किसी पर भी हमला करने का डर बना रहता है। ग्रामीण भय के साये में जी रहे हैं। इस अनियमितता के बारे में बाभुलगांव के तहसीलदार और थानेदार को बार-बार जानकारी देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

गांव का रास्ता बंद हो गया है और ग्रामीणों को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इस कारण ग्रामीणों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गांव की महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा का सवाल गंभीर हो गया है। रेत तस्कर पैसे का लालच देकर कई लोगों को नशे की लत भी लगा रहे हैं। इस अवैध कारोबार से गांव का सामाजिक स्वास्थ्य खतरे में पड़ गया है। प्रशासन से रेत तस्करों पर तुरंत लगाम लगाने की मांग की गई है।

जिला कलेक्टर को ज्ञापन देते समय गांव के सरपंच सारंगधर दातारकर, उपसरपंच प्रवीण चेंडकापुरे, मंगेश हस्तापुरे, अमोल दांडगे, प्रकाश दांडगे, वृषभ चौधरी, राजेश धांदे, राजेश हस्तापुरे सहित गांव के कई लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।