पूर्व विदर्भ की 28 में से 14 सीटों पर शिवसेना…

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Shiv Sena on 14 out of 28 seats in East Vidarbha...
पूर्व विदर्भ की 28 में से 14 सीटों पर शिवसेना...

नागपुर (Nagpur): पिछली लोकसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी को विदर्भ में बड़ी सफलता मिली थी। विदर्भ की 10 में से 7 सीटों पर महाविकास आघाड़ी ने शानदार जीत दर्ज की, जिससे यह गठबंधन फिर से मजबूत हुआ है। आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में विदर्भ में भाजपा का ग्राफ लगातार गिरता हुआ नजर आ रहा है। 2014 में भाजपा ने 44 विधानसभा सीटें जीती थीं, जबकि 2019 में यह संख्या घटकर 29 रह गई। अब 2024 के चुनाव में भाजपा को विदर्भ में अधिक सीटें जीतने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हाल ही में रणनीति का जायजा लेने विदर्भ आए थे।

इसी संदर्भ में महायुति (भाजपा गठबंधन) आगामी विधानसभा चुनावों के लिए नई रणनीति बना रही है, वहीं शिवसेना (ठाकरे गुट) ने भी विदर्भ में अपनी ताकत आजमानी शुरू कर दी है। खासतौर पर पूर्व विदर्भ की 28 सीटों में से 14 पर ठाकरे गुट ने दावा किया है।

पूर्व विदर्भ की 28 में से 14 सीटों पर शिवसेना ठाकरे गुट का दावा
उद्धव ठाकरे गुट के नेता और विधायक भास्कर जाधव इस समय विदर्भ दौरे पर हैं। हाल ही में उन्होंने पूर्व विदर्भ के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान ठाकरे गुट ने पूर्व विदर्भ के 28 विधानसभा क्षेत्रों की समीक्षा की। भास्कर जाधव ने कहा कि पार्टी ने 8 से 10 सीटों की मांग की है। नागपुर जिले की 5 सीटों पर उद्धव ठाकरे गुट ने दावा किया है, जिनमें रामटेक, कामठी, उमरेड और नागपुर शहर की दक्षिण और पूर्व सीटों पर मांग की जाएगी।

कल उद्धव ठाकरे(Uddhav Thackeray) करेंगे विदर्भ का दौरा
भास्कर जाधव ने यह भी कहा कि उद्धव ठाकरे कल नागपुर जिले के कलमेश्वर क्षेत्र का दौरा करेंगे। पूर्व विदर्भ की सीटों को लेकर उद्धव ठाकरे से चर्चा कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। साथ ही, उन्होंने कहा, “मैं पितृपक्ष में भी काम करता हूं, और यदि कल सूची घोषित हो गई तो मैं इसे अशुभ नहीं मानूंगा।”

रामटेक विधानसभा सीट पर दो गुटों के बीच नारेबाजी
दूसरी ओर, नागपुर जिले की रामटेक विधानसभा सीट पर ठाकरे गुट के दो गुटों के बीच नारेबाजी देखने को मिली। विशाल बर्बटे और पूर्व सांसद प्रकाश जाधव, दोनों नेताओं ने रामटेक सीट पर दावा किया है। हालांकि, अंतिम निर्णय अभी बाकी है, लेकिन कार्यकर्ता अपने नेता को टिकट दिलाने के लिए आक्रामक हो गए हैं। नागपुर के रवी भवन में भास्कर जाधव की समीक्षा बैठक के दौरान, दोनों गुट आमने-सामने आए और अपने-अपने नेता की जीत के नारे लगाए, जिससे कुछ समय के लिए माहौल गंभीर हो गया।