

यवतमाल (Yavatmal) : पिछले दो दिनों पहले यवतमाल की सीमा पर बाघ का दर्शन हुआ था। इससे वन विभाग की मशीनरी सतर्क हो गई है। हालांकि, यह बाघ कहाँ गया इसका पता नहीं चल पा रहा है, जिससे वन विभाग ने अब एक त्वरित प्रतिक्रिया दल तैयार किया है।
दो दिन पहले बोधगव्हाण सोपविले में आरएफओ के अंतर्गत टीम तैयार की गई थी। बाघ ने एक किसान की गाय पर हमला किया था। २५ सितंबर को लासीना और पिंपरी क्षेत्र में राजू डांगे के बैल जोड़ी पर बाघ ने हमला किया। इससे बैल घायल हो गए और उन्होंने इस संबंध में वन विभाग के पास शिकायत दर्ज कराई। अब, बाघ आखिरकार कहाँ गया, इसके खोज के लिए वन विभाग की मशीनरी सतर्क हो गई है।
उपवनसंरक्षक धनंजय वायभासे ने त्वरित प्रतिक्रिया दल को नाधाना क्षेत्र में खोज करने के लिए तैनात किया है। इस बाघ का अभी तक पता नहीं चल पाया है। अनुमान है कि यह बाघ जंगल क्षेत्र में प्रवेश कर चुका है। एक बार शिकार करने के बाद बाघ पुनः उसी स्थान पर लौटता है, इसलिए ऐसी जगहों पर टीम का ध्यान केंद्रित किया गया है। उमर्डा नर्सरी जंगल में भी बाघ के प्रवेश की जांच की जा रही है।
दूसरी ओर, सुबह टहलने जाने वाले नागरिकों में बाघ की दहशत फैल गई है। शहर में बाघ के संदर्भ में विभिन्न चर्चाएँ बढ़ गई हैं। विभिन्न स्थानों पर ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं ताकि यह देखा जा सके कि बाघ वहाँ दिखाई देता है या नहीं। कुल मिलाकर, पूरे क्षेत्र में स्थिति को लेकर सतर्कता बरती जा रही है।