

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को महाराष्ट्र के जलगांव में ‘लखपति दीदियों’ से संवाद किया। ‘लखपति दीदी’ ऐसे स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को कहा जाता है जो सालाना एक लाख रुपये कमा रही हैं। पीएम मोदी ने 11 लाख नई लखपति दीदियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने कहा कि लखपति दीदी बनाने का यह अभियान केवल बहनों-बेटियों की कमाई बढ़ाने का नहीं है, बल्कि यह पूरे परिवारों और आने वाली पीढ़ियों को सशक्त कर रहा है। यह गांव के अर्थतंत्र को बदल रही है। माताओं-बहनों का जीवन आसान बनाने के लिए हमारी सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। जलगांव में लखपति दीदियों का उत्साह और विश्वास अद्भुत है। देशभर की लखपति दीदियों को उन्होंने प्रणाम किया।
देशभर की लखपति दीदियों को प्रणाम किया
जलगांव में महिलाओं के एक समूह ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया, जिसके बाद उन्होंने कुछ स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की सदस्यों से बातचीत की। अधिकारियों के अनुसार, स्वयं सहायता समूह पशुधन क्षेत्र में सक्रिय हैं, जबकि अन्य ‘कृषि सखी’ और ‘नमो ड्रोन दीदी’ जैसी सरकारी योजनाओं में भी योगदान दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जलगांव में लखपति दीदी मिलन समारोह के लिए रविवार सुबह हवाई अड्डे पर आगमन हुआ। उनके स्वागत समारोह में राज्य के सहायता, पुनर्वसन और आपदा प्रबंधन मंत्री अनिल पाटील, मुख्य सचिव सुजाता सौनिक, जिलाधिकारी आयुष प्रसाद, पुलिस अधीक्षक एमसीवी महेश्वर रेड्डी समेत कई अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे। हवाई अड्डे पर स्वागत के बाद पीएम मोदी ने लखपति दीदी से संवाद किया और फिर सम्मेलन स्थल पर पहुंचे।
लखपति दीदियों का ये उत्साह और विश्वास अद्भुत है
प्रधानमंत्री के आगमन से पहले राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन का जलगांव हवाई अड्डे पर आगमन हुआ। उनका स्वागत नाशिक विभागीय आयुक्त प्रविण गेडाम ने किया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का स्वागत पानी आपूर्ति और स्वच्छता मंत्री तथा जिले के पालक मंत्री गुलाबराव पाटील ने किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार का भी स्वागत पालक मंत्री गुलाबराव पाटील ने किया।
योजनाओं को लागू करने वाले अधिकारियों ने बताया कि स्वयं सहायता समूह कौशल प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यकताओं को पूरा करने और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन में मदद मिलती है। शनिवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया था कि मोदी जलगांव के कार्यक्रम में 2,500 करोड़ रुपये का एक ‘रिवॉल्विंग फंड’ भी जारी करेंगे, जिससे 4.3 लाख स्वयं सहायता समूहों के लगभग 48 लाख सदस्यों को लाभ होगा। बयान में यह भी कहा गया कि पीएम मोदी 5,000 करोड़ रुपये के बैंक ऋण वितरित करेंगे, जिससे 2.35 लाख स्वयं सहायता समूहों के 25.8 लाख सदस्यों को लाभ होगा। ‘लखपति दीदी’ बनाने की योजना की शुरुआत से अब तक एक करोड़ महिलाएं इससे जुड़ चुकी हैं। सरकार ने तीन करोड़ ‘लखपति दीदी’ बनाने का लक्ष्य रखा है।