



*चाँदनी चौक लोकसभा में सशक्त एकता का संदेश — “सरदार@150 यूनिटी मार्च” में उमड़ा जनसागर* *टीम कैट इंडिया ने हिस्सा लिया*.
आज चाँदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में “सरदार@150 यूनिटी मार्च” का भव्य आयोजन किया गया, जिसका नेतृत्व सांसद श्री प्रवीन खंडेलवाल ने किया। इस पद यात्रा में टीम कैट इंडिया ने हिस्सा लिया. यह पदयात्रा कन्हैया नगर मेट्रो स्टेशन से आज़ादपुर चौक तक निकाली गई, जिसमें एक भारत – श्रेष्ठ भारत की अद्भुत झलक देखने को मिली।
इस अवसर पर कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया के नेतृत्व में कैट के दिल्ली के व्यापारी नेताओं ने भी शामिल होकर सरदार पटेल के सिद्धांतों पर चलते हुए भारत की एकता और अखंडता तथा आत्मनिर्भर भारत बनाने तथा देश को नशा मुक्त भारत बनाने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर विधायक श्रीमती पूनम शर्मा, श्री राजकुमार भाटिया और श्री तिलकराम गुप्ता, भाजपा केशवपुरम ज़िला अध्यक्ष श्री अजय खताना, चाँदनी चौक ज़िला अध्यक्ष श्री अरविंद गर्ग सहित सामाजिक संगठनों, व्यापारिक वर्ग, आरडब्ल्यूए, महिला समूहों और बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया।
मार्च में स्कूल के बच्चे, युवा, एनसीसी कैडेट्स और रंग-बिरंगे परिधानों में सजी महिलाएँ विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं। पूरे मार्ग में गूँजते रहे जयघोष —
“वंदे मातरम्”, “भारत माता की जय”, “सबसे अच्छा हिन्दुस्तान”, “सरदार पटेल अमर रहें” — जिसने दिल्ली की गलियों को देशभक्ति के भाव से भर दिया।
कार्यक्रम के दौरान श्री खंडेलवाल ने स्वदेशी अपनाने और नशामुक्त भारत बनाने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल स्वतंत्र भारत के पहले दूरदर्शी नेता थे, जिन्होंने न केवल एक भारत का सपना देखा बल्कि 562 रियासतों को एक राष्ट्र में जोड़कर उस सपने को साकार किया।
श्री खंडेलवाल ने कहा कि सरदार पटेल के अदम्य साहस, प्रशासनिक कौशल और अटूट राष्ट्रनिष्ठा ने भारत की नींव को सुदृढ़ बनाया। वे सच्चे अर्थों में भारत की एकता, अखंडता और आत्मनिर्भरता के प्रतीक हैं।”
श्री भरतिया ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने सरदार पटेल को वह सम्मान और गरिमा दी है, जिसे पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों ने दशकों तक उनसे वंचित रखा था। ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के माध्यम से मोदी जी ने न केवल सरदार पटेल के योगदान को अमर कर दिया बल्कि नई पीढ़ी को भी उनके आदर्शों से जोड़ने का कार्य किया है।”
श्री भरतिया ने कहा कि यह यूनिटी मार्च “एकता में अनेकता” की सजीव मिसाल रहा, जिसने यह संदेश दिया कि जब देश के लोग एक सूत्र में बंधते हैं, तब ही भारत विश्व में विकसित, सशक्त और स्वाभिमानी राष्ट्र के रूप में स्थापित होता है।















