

यवतमाल (Yavatmal) : यवतमाल जिले के मेळघाट क्षेत्र, अचलपूर, अंजनगाव सुर्जी, दर्यापूर और भातकुली में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। भूकंप के कारण आदिवासी बस्तियों में हड़कंप मच गया। सोमवार दोपहर 1:45 बजे आए भूकंप के झटकों से लोग घरों और कार्यालयों से बाहर निकल गए। भूकंप का केंद्र चिखलदरा के पास बद्रीमल खटकाली में स्थित था और इसकी तीव्रता रिच्टर स्केल पर 4.2 मापी गई।इस भूकंप ने चिखलदरा के सचिन गोरले के घर को नुकसान पहुँचाया। तहसीलदार गजानन राजगड़े ने जानकारी दी कि क्षेत्र का सर्वेक्षण किया जा रहा है और कहीं भी बड़ी हानि की सूचना नहीं है।
भूकंप के झटकों से लोग भयभीत होकर अपने घरों से बाहर निकल आए। मेळघाट के आदिवासी क्षेत्रों में भी हाहाकार मच गया और लोग मोबाइल पर एक-दूसरे से संपर्क करने लगे। पिछले 20 वर्षों में धारणी तालुकामें भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, लेकिन फिर से ऐसे झटकों ने लोगों की यादें ताजा कर दीं।जिलाधिकारी सौरभ कटियार ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी और भूकंप की तीव्रता के संबंध में जानकारी दी कि जिले में कहीं भी जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है। भूकंप के इन झटकों की जांच के लिए भूवैज्ञानिकों से संपर्क किया गया है।
परतवाड़ा शहर में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए और सरकारी कार्यालयों में भी लोग डर के मारे बाहर आ गए। हालांकि, किसी भी प्रकार का वित्तीय या मानव हानि नहीं हुई है।भूकंप के झटकों ने 31 साल पहले के लातूर-उस्मानाबाद भूकंप की याद दिला दी, जब 30 सितंबर 1993 को एक भयंकर भूकंप आया था। सोमवार को आए इस भूकंप ने लोगों में एक बार फिर से चिंता का माहौल पैदा कर दिया।