

आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र जिले में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने और बड़ी साजिश रचने की योजना बना रहे कुछ नक्सली पिछले तीन-चार दिनों से एकत्र हो रहे थे। वे महाराष्ट्र (Maharshtra) के गडचिरोली और छत्तीसगढ़ के नारायणपुर के सीमावर्ती कोपर्शी जंगल में दो अलग-अलग स्थानों पर डेरा डालकर बैठे थे। यह जानकारी पुलिस को मिली थी। गडचिरोली पुलिस की विशेष अभियान टीम की 21 टुकड़ियां और सीआरपीएफ क्यूएटी की 02 टुकड़ियां तुरंत माओवादी विरोधी अभियान चलाने के लिए कोपर्शी जंगल के दो स्थानों पर भेजी गईं। नक्सलियों ने जवानों पर जानलेवा हमला करते हुए उनके हथियार लूटने की मंशा से अंधाधुंध गोलियां चलाईं। जवाबी कार्रवाई और आत्मरक्षा में जवानों ने भी फायरिंग की। पुलिस का दबाव बढ़ता देख नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर भाग गए। करीब आठ घंटे की मुठभेड़ के बाद जवानों ने इलाके में तलाशी अभियान चलाया, जिसमें घटनास्थल पर 02 पुरुष और 03 महिलाएं, कुल 05 नक्सलियों के शव मिले।
मारे गए नक्सलियों पर मुठभेड़, आगजनी और हत्या जैसे कई मामले दर्ज थे। इसके साथ ही पुलिस को घटनास्थल से 05 आग्नेयास्त्र बरामद करने में सफलता मिली है। मुठभेड़ में गडचिरोली पुलिस के जवान कुमोद प्रभाकर आत्राम घायल हो गए हैं। अभियान के दौरान उन्हें हेलीकॉप्टर की मदद से तुरंत बाहर निकाला गया और नागपुर के अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उनकी हालत अब स्थिर है और इलाज जारी है। 2021 से पिछले तीन वर्षों में गडचिरोली पुलिस के लगातार प्रयासों से 85 कट्टर माओवादी मारे गए हैं, 109 माओवादी गिरफ्तार किए गए हैं और 37 माओवादियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है।