

महायुति में सीटों को लेकर हो सकती है दिक्कत!
इस साल अक्टूबर के आसपास महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) होने हैं। यही वजह है कि वहां राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। सभी दलों की नजर सीट बंटवारे पर है। हालांकि, इस मुद्दे पर महायुति में सहयोगी दल ही बीजेपी की टेंशन बढ़ा सकते हैं। एनसीपी (अजीत गुट) के अजित पवार ने जहां अपनी मांग साफ कर दी है, वहीं एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी तय सीटों पर चुनाव लड़ने के मूड में है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर उपमुख्यमंत्री और एनसीपी (अजीत गुट) प्रमुख अजित पवार ने बीजेपी के सामने बड़ी मांग रख दी है।
बुधवार 24 जुलाई को देश की राजधानी दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात के दौरान अजित पवार ने सीट बंटवारे पर चर्चा की। सूत्रों की मानें तो इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर पवार ने शाह से मुलाकात की। खबर यह भी है कि अजित पवार ने भी सीट बंटवारे पर जल्द फैसला लेने पर जोर दिया है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि महायुति गठबंधन में सीट बंटवारे पर चर्चा के दौरान अजित पवार ने इसे अंतिम रूप देने पर जोर दिया। बताया गया कि अजित पवार ने वरिष्ठ भाजपा नेता से अनुरोध किया कि आम चुनाव 2024 की तरह सीट बंटवारे को अंत तक लटका कर न रखा जाए। सूत्रों के हवाले से यह भी जानकारी मिली कि 288 विधानसभा सीटों वाले महाराष्ट्र में अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी 80-90 सीटें चाहती है। लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना कम से कम 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का इरादा रखती है। इससे कम पर वह राजी नहीं होगी। इस बार महाराष्ट्र में सीट बंटवारे के लिए साल 2019 का फॉर्मूला अपनाया जा सकता है। तब भाजपा ने 164 सीटों पर चुनाव लड़ा था। पिछले दिनों भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में पार्टी नेताओं ने मांग उठाई थी कि पार्टी को विधानसभा चुनाव 2024 में कम से कम 170-180 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए।
विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में राजनीतिक गतिविधियां तेज हैं। इस बीच सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में कभी मुख्यमंत्री पद को लेकर तो कभी सीटों के बंटवारे को लेकर पेच फंसता नजर आ रहा है। सूत्रों की मानें तो अजित पवार ने सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल होने के वादे के मुताबिक 80 से 90 सीटों का दावा किया है। अजित पवार गुट की ओर से 54 सीटें बरकरार रखने की मांग भी की गई है।
वहीं महायुति गठबंधन में मुख्यमंत्री पद को लेकर बयानों का दौर भी जारी है। महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि महायुति गठबंधन में मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई विवाद नहीं है। इसके साथ ही चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि महाराष्ट्र में अगली सरकार भाजपा के नेतृत्व में बनने जा रही है। अगर भाजपा के पास सबसे ज्यादा विधानसभा सीटें आती हैं तो सरकार भाजपा की ही बनेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा में सीएम पद के लिए कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है।